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कांवड़ यात्रा में लगी दस हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी,ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी। 

देहरादून।

कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से प्रतिबंधित कांवड़ यात्रा में इस बार 4 करोड़ से ज्यादा कावड़ियों के आने की आशंका है लिहाजा यात्रा में ट्रेफ़िक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने किसी भी अपराधिक घटनाओं पर रोक और हुड़दंगियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन भी तैयारियां पूरी करने का दावा कर रहा है । डीजीपी अशोक का कहना है कि पुलिस कल से ही कावड़ यात्रा शुरू मान रही है और इस बार कांवर यात्रा में 10000 पुलिसकर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है साथ ही 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी कावड़ यात्रा मार्गों पर निगरानी करेंगे साथ ही 100 से ज्यादा कैमरे नीलकंठ क्षेत्र में भी लगाए गए हैं साथ ही सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ड्रोन कैमरा की मदद लेगी लिहाजा पुलिस ने पहले की है इंटरस्टेट मीटिंग और बॉर्डर एरिया की थाना चौकी की मीटिंग कर ली है और उन्हें अलर्ट पर भी रखा गया है इसके साथ ही प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर तमाम व्यवस्थाओं पर भी बातें की गई है डी जे पी अशोक कुमार की माने तो बम स्क्वायड और इसमें भी तैनात कर दिया गया है ताकि किसी से संदिग्ध गतिविधियों पर हुक लगा दी जाए

,दो साल बाद शुरू हो रही कांवड़ यात्रा में रिकार्ड शिव भक्त हरिद्वार और गंगोत्री यमुनोत्री धाम में पहुंचने की उम्मीद है क्यूंकि चारधाम यात्रा में जिस प्रकार से प्रदेश में श्रद्धालुओं की संख्या ने रिकार्ड कायम किया उसी तर्ज पर कांवड़ यात्रा में भी रिकार्ड शिव भक्त प्रदेश में पहुंचेंने की उम्मीद है

 

वही डीजीपी अशोक कुमार ने आम लोगों से अपील की है कि 13 तारीख से 26 तारीख तक हरिद्वार रुड़की वाले रास्ते से आवागमन न करें ।बल्कि मेरठ बिजनोर कोटद्वार ,या विकासनगर देवबंद होते हुए जाएं

इसके साथ ही पहली बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी करवाई गई है ताकि आने वाले कांवड़ियों की सही संख्या का पता लगाया जाए और किसी भी प्रकार के घटनाक्रम को तुरंत मौके पर ही निपटाने के प्रयास किया जा सके ह अपील के माध्यम से सभी को यह संदेश दे रहे हैं साथ ही डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि नीलकंठ लक्ष्मण झूला का स्थान पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण है क्योंकि वहां पर हर साल यात्रियों की संख्या बढ़ती जाती है इस लिहाज से रामझूला और जानकीपुल को इस बार यूज करेंगे । इसके साथ ही पूरे कंवर यात्रा के दौरान किसी पर यार की संदिग्ध गतिविधि और हथियार लाने वालों पर भी प्रतिबंध भी रहेगा और पुलिस इसके लिए पूरी तरह से जांच करेगी कांवड़ियों को किसी भी प्रकार से सीमा क्षेत्रों में नहीं रोका जाएगा इसके साथ ही हरिद्वार में कांवड़ियों के लिए पूरी पार्किंग की व्यवस्था कर दी गई है कांवरिया जितनी भी संख्या में उत्तराखंड आएंगे उन सभी को उत्तराखंड आने दिया जाएगा किसी को भी बॉर्डर से नहीं लौटाया जाएगा

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