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उत्तराखण्ड में बीजेपी के सबसे ज्यादा बार के विधायक रहे स्वर्गीय कपूर की फैमिली को टिकट न देने के पीछे भाजपा की मजबूरी, क्या भर्ष्टाचार बनेगी बड़ी बजह।

टिकट पर टेन्शन

देहरादून 19 जनवरी 2022,

छात्रवृत्ति घोटाला मामले में आरोपित पूर्व स्पीकर स्वर्गीय हरबंश कपूर के बेटे बिहाईव कॉलेज के संचालक अमित कपूर व उनकी फैमिली को फिलहाल राहत नहीं मिली है, इस पूरे मामले में आगामी 20 जनवरी को सुप्रिम कोर्ट में सुनवाई होनी है माना जा रहा है इसबार कपूर फैमिली की मुश्किलें बढ़ सकती है, हालांकि इससे पहले भी अमित कपूर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए पूरे मामले को निरस्त गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की थी लेकिन उस समय भी माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल ने याचिका खारिज करते हुए सुनवाई की तिथि बढ़ाते हुए
न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश चंद्र खुल्बे की एकलपीठ ने सरकार को दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे । वहीं अपनी गिरफ्तारी के डर से अमित कपूर ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जँहा से अमित कपूर को कुछ दिनों के लिए राहत जरूर मिली है लेकिन मुश्किलें अभी भी दूर नही हुई है इस पूरे मामले में 20 जनवरी 2022 को फिर सुनवाई होनी है जिसको लेकर कपूर फैमली के साथ ही भाजपा को भी अपनी फजिहत का डर सता रहा है यही बजह है कि पार्टी के समर्पित व अनुभवी नेता के अचानक स्वर्ग सिधारने के बाबजूद भी भारतीय जनता पार्टी अपने  भर्ष्टाचार मुक्त ईमानदार व अनुशासित कार्यकर्ता के सिद्धान्तों पर चलते हुए स्वक्ष छवि कायम रखने व चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करने की बजह से  इसबार देहरादून कैन्ट विधानसभा से किसी गैर कपूर फैमिली पर दाँव खेलने को मजबूर  दिखाई दे रही है। यही बजह है इसबार बीजेपी में काफी लम्बे समय से निष्ठा के साथ कार्य करने वाले कई कार्यकर्ताओ को अपनी बारी का इन्तजार है ……

एफआईआर की प्रति

यँहा बता दें कि एसआइटी ने बिहाइव कॉलेज ऑफ एडवांस स्टडीज सेलाकुई, बिहाइव कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी व बिहाइव कॉलेज ऑफ टेक्नॉलोजी के खिलाफ सहसपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया था। तीनों शिक्षण संस्थाओं पर दस्तावेजों में हेराफेरी कर सवा करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है। यँहा आप को बता दे इन सभी संस्थाओं में सोसाईटी की अध्यक्ष विधायक हरवंश कपूर की पत्नी सविता कपूर है, उपाध्यक्ष उनके पुत्र अमित कपूर व अन्य पदों पर भी उनके परिवार व सगे सम्बन्धियों के नाम है।

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